घोषणा

हमारे बारे में

प्रार्थना के माध्यम से अपने सोचने का तरीका बदलें
0
वर्षो से कार्यरत

राजस्थान के बाड़मेर जिले बालोतरा उपखण्ड मुख्यालय से 11 किमी जालोर रोड़ पर श्रीखेतेश्वर ब्रह्मधाम तीर्थ, आसोतरा स्थित है। यहां विश्व का द्वितीय सबसे बड़ा ब्रह्माजी का मंदिर स्थित है। जबकि ब्रह्माजी के संग सावित्री जी प्रतिष्ठित है इस दृष्टि से यह विश्व का अद्वितीय मंदिर हैं।

about

लाइव दर्शन

श्री वैकुण्ठ धाम लाइव दर्शन व आरती के लिए यहां देखें

दर्शन का समय

मंगला आरती – प्रात: 05:30​ बजे
शृंगार आरती – प्रात: 07:30 बजे
भोग आरती – प्रात: 10:00 बजे
संध्या आरती – साय 07:30 बजे
शयन आरती – रात्रि 09:30 बजे
सेवाएं

श्री खेतेश्वर ब्रह्मधाम सेवाएं

सेवा

श्रीखेतेश्वर ब्रह्मधाम तीर्थं मैं भोजनशाला, गौशाला जेसी अन्य सेवाएं दी जाती है ।

अधिक देखें
शिक्षा

श्रीखेतेश्वर ब्रह्मधाम तीर्थं मैं श्री खेतेश्वर स्मृति शिक्षण संस्थान जेसी संस्था सक्रिय है ।

अधिक देखें
नेत्र-शिविर

श्रीखेतेश्वर ब्रह्मधाम तीर्थं मैं नेत्र-शिविर एवं चिकित्सा सेवाएँ सक्रिय है ।

अधिक देखें
गुरुवाणी

श्री ब्रह्मा मंत्र एवं विश्व शांति प्रार्थना सुने

समाचार

श्री खेतेश्वर महत्वपूर्ण समाचार

महोत्सव

श्री खेतेश्वर ब्रह्मधाम महोत्सव
चातुर्मास
गुरूमहाराज तुलछारामजी के चातुर्मास में आयोजित होने वाले अन्य कार्यक्रम एवं त्यौहार निम्न प्रकार से है !
  1. गुरुपूर्णिमा
  2. श्री कृष्णा जन्माष्ठमी
  3. गायत्री यज्ञ
  4. कार्तिक पूर्णिमा
बरसी महोत्सव – बरसी पर ब्रह्मधाम से वैकुंटधाम तक गुरूमहाराज द्वारा रथयात्रा निकाली जाती है तथा कन्याओं द्वारा जलयात्रा निकाली जाती है।
खेतेश्वर का जन्म वैशाख शुक्ली पंचमी को आता है लेकिन उसी समय बरसी के महोत्सव को भी आयोजन होता है। तो समाज के शेष क्षेत्रों के जितने भी धर्मप्रेमी जो बन्धु है उत्सवों पर जो शोभायात्रा निकालकर उनको आयोजन के रूप में मनाते है।
content will be updated soon
महाशिवरात्रि पर्व पर ब्रह्मधाम पर पूरे दिन मेला सा रहता है दूर-दराज से लोग मण्डली बनाकर पैदल-यात्रा संघ के रूप में दाता की जयकारों व नाच गाने के साथ धाम पर आते है और गुरूमहाराज के चरणों में नस्तमस्तक होते है।
शरद पूर्णिमा – अश्विन मास की पूर्णिमा को खीर बनाई जाती है रात की चांदनी मे रखी जाती है तथा सुबह उसका सेवन किया जाता है ऐसा विश्वास की उससे दमे की बीमारी नहीं होती है जिसमें गुरूमहाराज का विश्वास होता है।
नैत्र चिकित्सा शिविर के समापन पर एक विशाल प्रेम सभा का आयोजन होता है। हर वर्ष गुरूमहाराज प्रेम सभा का आयोजन करवाते है जिसमें 20,000 से 30,000 मैथी के लड्डू के पेकेट्स बनाये जाते है। प्रेम सभा आयोजन में कोने-कोने से पधारें हुए सन्त महात्माओं को गुरूमहाराज मंच पर आमन्त्रित करते है
श्री खेतेश्वर सम्मान समारोह पर समारोह से एक माह पूर्वं ही अन्तिम अध्ययनरत वर्ष की अंकतालिकायें मंगवायी जाती है और पात्र व्यक्ति का चयन करके उन्हें बोर्ड और यूनिवरसिटी में टोपर आने वाले प्रतिभाशाली विद्यार्थिंयों को गोल्ड मेडल से सम्मानित किया जाता है
होली के चौथे दिन चतुर्थी को ब्रह्मधाम आसोतरा धाम पर भव्य गैर-नृत्य का आयोजन होता है। जिसमें आस-पास व दूर-दराज से प्रसिद्ध गैर दल भाग लेने के लिए यहां आते है ढोल, थाली, नगाड़े के साथ आंगी या अन्य वेशभूषा में अलग-अलग गांव की गैर का नृत्य होता है।
ब्रह्मर्षि श्रीखेतेश्वर जन्मशताब्दी महामहोत्सव एवं विराट् ब्रह्मात्मक शतकुण्डीय महायज्ञ 2012 के उपलक्ष्य में ब्रह्मधाम तीर्थ आसोतरा में विभिन्न प्रकार के कार्यक्रमो का सफल आयोजन किया गया | यह दिन ब्रह्मधाम तीर्थ आसोतरा के इतिहास में एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है|

देव दर्शन

मंदिर एवं ब्रह्माधाम के सन्त महात्माओं
event
event
event
event
event
event

संपर्क

हमसे संपर्क करें